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नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अफ़रोज़ रज़ा ने की सरपरस्ती
नबीरा-ए-आला हज़रत अदनान मियाँ ने पढ़ाए निकाह
बेटियों को तोहफ़े में दिया घर की ज़रूरत का सभी सामान

बरेली। आरएसी ट्रस्ट और ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी समूह इकाई (नवाबगंज) ने आज पांच ख़ुशनसीब बेटियों के निकाह की ख़ूबसूरत महफ़िल सजाई। इज्तेमाई निकाह के इस प्रोग्राम की सरपरस्ती नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अफ़रोज़ रज़ा क़ादरी साहब ने फ़रमाई। नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी की सदारत में हुए इज्तेमाई निकाह में रुख़सत के वक़्त बेटियों को घर की ज़रूरत का सभी सामान तोहफ़े में दिया गया।

ग्राम समूहा में इज्तेमाई निकाह के लिए स्टेज, तंबू, कनाअत वग़ैरह की तैयारियाँ कल शाम ही मुकम्मल कर ली गई थीं। हज़रत अफ़रोज़ रज़ा क़ादरी और हज़रत अदनान रज़ा क़ादरी का क़ाफ़िला ज़ुहर की नमाज़ के वक़्त समूहा पहुँचा तो अक़ीदतमंदों ने दोनों हज़रात का ज़ोरदार इस्तक़बाल किया। इंतेज़ामिया के साथ-साथ दूल्हों और दुल्हनों के घरवाले भी इस्तक़बाल करने वालों में शामिल रहे। सेहरों में सजे दूल्हे स्टेज पर इंतज़ार कर रहे थे, नबीरा-ए-आला हज़रत के पहुँचने से महफ़िल की रौनक़ और बढ़ गई। 

हज़रत अदनान रज़ा क़ादरी ने निकाह के बाद ख़ुतबा पढ़ा और ख़ुसूसी दुआ फ़रमाई। उन्होंने कहा कि इरतेदाद के मामलों को देखते हुए आरएसी ने ख़ुशनसीब बेटियों के निकाल का बीड़ा उठाया है, इसमें जुटने वाले सभी लोग तारीफ़ के मुस्तहिक़ हैं। उन्होंने कहा कि आरएसी अपनी इन कोशिशों को जारी रखेगी।

इस मुबारक महफ़िल में जिनके निकाह हुए वो लाड़पुर उस्मानपुर (नवाबगंज), सिरौली कलाँ (ऊधम सिंह नगर), दोहरिया, समूहा (नवाबगंज), रत्ना चुन्नीलाल (भोजीपुरा), धौराँ (भोजीपुरा), शाह क़ुरैश (फ़िरोज़पुर), नवादा (पीलीभीत), कठघर (बाक़रगंज, बरेली शरीफ़) और एजाज़ नगर गौंटिया (पुराना शहर, बरेली शरीफ़) के रहने वाले हैं। इज्तेमाई निकाह के बाद सभी मेहमानों को बड़ी मुहब्बत के साथ खाना खिलाया गया। रुख़सत के वक़्त ख़ुशनसीब बेटियों को तोहफ़े में घर की ज़रूरत का सभी सामान दिया गया। 

इस मौक़े पर हज़रत के साथ पहुँचने वालों में मुफ्ती उमर रज़ा साहब, हाफ़िज़ इमरान रज़ा बरकाती, मुशाहिद रफ़त, मौलाना सलीम रज़ा, सय्यद मुशर्रफ़, डॉ. सय्यद महफ़ूज़ अली, हनीफ़ अज़हरी, राजू बाबा, मुज़फ़्फ़र अली, मुईद रज़ा, गुल हसन, सय्यद रिज़वान, मुहम्मद जुनैद, मुहम्मद सईद, काशिफ़ रज़ा, ग़ुलाम मुहम्मद, उवैस ख़ाँ, मौलाना सय्यद तौक़ीर रज़ा, मौलाना सय्यद सफ़दर रज़ा, हाफ़िज़ आरिफ़, आसिफ़ रज़ा, मौलाना इनदाज़ अहमद, मौलाना ज़ियाउल मुस्तफ़ा, हाफ़िज़ इशरत अली, मौलाना उस्मान, मौलाना साजिद रज़ा, मौलाना नियाज़ अहमद, मौलाना अमीर अहमद, मौलाना निसार ख़ाँ, मुजाहिद रज़ा, नन्नू ख़ाँ, मंसूर अली, अमीक रज़ा, मौलाना इशरत रज़ा, मौलाना तालिब रज़ा, ग़ुलाम मुहम्मद, राशिद गद्दी, जमशेद रज़ा फ़ैज़ी, मुहम्मद हारून, अबूज़र रज़ा, रिज़वान रज़ा, पवनीत सिंह, मुहम्मद यूसुफ़, साजिद गद्दी, मौलाना तालिब, इमरान वारसी, सय्यद इमरान रज़ा, ज़ीशान रज़ा, मुहम्मद फ़हीम, हनीफ़ ख़ाँ, सय्यद मुज़फ़्फर अली, सय्यद मुकर्रम अली, सय्यद तफ़सीर, शाहिद ख़ाँ, मुजाहिद रज़ा सहित बड़ी तादाद में आरएसी पदाधिकारी व पदाधिकारी मौजूद रहे।

प्रोग्राम को कामयाब बनाने वालों में ग़ुलाम मुस्तफ़ा, हसनैन अली, ग़ुलाम ग़ौस अली, ख़लील अहमद, महुम्मद हसीब, मुहम्मद आज़म, इकराम ख़ाँ, मुहम्मद आक़िब, नदीम अहमद, कलीम अली, तारिक़ रज़ा, आशिक़ मंसूरी, शकील सैफ़ी, साबिर अली, नदीम ख़ाँ, हाफ़िज़ इमरान, मुहम्मद अज़ीम, रईस अहमद, आरिफ़ ख़ाँ, ग़ुलाम हसन, इफ्तिख़ार रज़ा बब्लू, आक़िल ख़ाँ, मुहम्मद अकरम रज़ा, मुहम्मद वारिस, आसिफ़ अली, सलमान अली, सामंदिक़ अली, यासीन रज़ा गुड़्डू, फ़ारूक़ क़ादरी, महुम्मद मुजीब, फ़िरोज़ अली, मुहम्मद फहीम रज़ा, मुहम्मद फहीम अली, शोहिब रज़ा, जुनैद रज़ा मंसूरी, मुहम्मद आमिर, मुजीब रज़ा, जमशेद ख़ाँ, आरिस मलिक, मुहम्मद साबिर रज़ा, हुज़ूर अहमद, ग़ुलाम रज़ा, सलीम अली रज़ा, नाहिद अली, तारिक़ अली, कफ़ील अहमद, हाफ़िज़ ग़ुलाम रज़ा, रिज़वान रज़ा, तस्कीन रज़ा, तौसीफ़ रज़ा, अनीस रज़ा, हस्सान रज़ा, जुनैद रज़ा, हाफ़िज़ लियाक़त ख़ाँ, माजिद अली, तस्लीम मंसूरी, नौबत शाह, साजिद अली, परवेज़ अख़्तर, शाहिद अली, तालिब अली, जमाल ख़ाँ, काशिफ़ अली, तस्लीम रज़ा, वाहिद रज़ा, वाजिद रज़ा, यासिर अली, क़ासिम रज़ा, अनीस रज़ा, मुहम्मद आक़िब अली, मुहम्मद अकरम रज़ा, अकरम अलीम, इरफ़ान ख़ाँ, उबैदुल्लाह ख़ाँ, मुहम्मद ताहिर रज़ा, तस्लीम ख़ाँ, रफ़ीक़ अली, नाज़िम अली, इफ्तार हुसैन, ज़ीशान अली, अशरफ़ रज़ा शामिल रहे।

ग्राम समूह के ग़ैरमुस्लिमों ने भी इस प्रोग्राम में सहयोग किया, जिनमें बीडीसी सदस्य कृष्णपाल राठौर व नरेश पाल, पूर्व प्रधान शिवदयाल मौर्य, प्रवेश मौर्य, नरेश गंगवार, हेमराज कश्यप, प्रदीप कश्यप आदि शामिल रहे।

 


 


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