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यमुनोत्री / देहरादून। उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2023 (Chardham Yatra 2023) शुरू हो गई। चिंता की बात यह है कि यमुनोत्री धाम एक और श्रद्धालु की मौत हो गई है। मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। इससे पहले भी यमुनोत्री धाम में ही गुजरात के रहने वाले तीर्थ यात्री की भी हार्ट अटैक मौत हो गई थी।

यमुनोत्री मन्दिर में दर्शन कर लौटते समय खरशाली शिव शक्ति पाकिर्ंग में दिनेश पारिदार (40) की तबियत बिगड़ गयी थी। तीर्थ यात्री की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसको 108 एंबुलेंस की मदद से सीएचसी बड़कोट ले गए। लेकिन, डॉक्टरों ने तीर्थ यात्री को मृत घोषित कर दिया।

इससे पहले यमुनोत्री धाम की यात्रा के पहले दिन भैरव मंदिर के पास 60 वर्षीय गुजरात निवासी कनक सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गयी। पिछले दो दिनों में यमुनोत्री धाम में कुल दो यात्री की मौत हो चुकी है।

बता दें कि पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान करीब 200 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इसमें से 71 प्रतिशत यानी 164 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक केदारनाथ धाम में 78, यमुनोत्री में 66, बदरीनाथ में 37 और गंगोत्री में 14 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।

चारधाम यात्रा के दौरान इन बातों का रखें ख्याल:-

-चारधाम यात्रा के लिए कम से कम सात दिन का टूर बना सकते हैं।

-जरूरी दवाएं, स्वास्थ्य उपकरण और गर्म कपड़े अनिवार्य रूप से अपने साथ रखें।

-चारधाम यात्रा पर निकलने से पहले प्रत्येक दिन 10 मिनट तक सांस से जुड़े व्यायाम करें। कुछ दिनों तक लोग टहलें या सैर पर निकलें।

-चारधाम आने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर की मनाही पर इस यात्रा पर आने से बचें।

- मौसम संबंधी अपडेट लेते रहें। साथ ही, यात्रा रूट पर बने हेल्थ पोस्ट की जानकारी रखें।

-सांस में दिक्कत, बात करने में कठिनाई, लगातार खांसी, उल्टी, चक्कर और त्वचा ठंडी होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

-शराब, कैफीनयुक्त ड्रिंक्स, नींद की गोलियां, धूम्रपान, शक्तिशाली दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें।

-चारधाम यात्रा के दौरान कम से कम दो लीटर तरल पदार्थ पीएं और भरपूर पौष्टिक आहार भी लें।
 


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