
नई दिल्ली। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने रक्षा परियोजनाओं में हो रही लगातार देरी पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि एक भी रक्षा प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ। हमें इस पर गौर करना होगा। अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय हम ऐसा वादा क्यों करें, जो पूरा नहीं हो सकता?
गुरुवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन में कहा कि उन्होंने कहा कि दुनिया की मौजूदा स्थिति ने हमें एहसास दिलाया है कि 'आत्मनिर्भरता' ही एकमात्र समाधान है, हमें अभी से भविष्य के लिए तैयार रहना होगा।
एयर चीफ मार्शल ने ऑपरेशन सिंदूर को 'राष्ट्रीय जीत' के रूप में भी सराहते हुए इस ऑपरेशन की सफलता को सशस्त्र बलों, एजेंसियों और आतंकवाद से निपटने में प्रत्येक भारतीय नागरिक के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण बताया। अपने संबोधन के दौरान एयर चीफ मार्शल ने बताया कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों पर सटीक हमला किया गया था, जिसने उन्नत तकनीकों के एकीकरण के साथ युद्ध की उभरती प्रकृति को प्रदर्शित किया, जिससे भविष्य की रक्षा रणनीतियों के लिए एक स्पष्ट दिशा मिली।
इसी मंच से नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि युद्ध का स्वरूप बदल रहा है। हर दिन, हम नई तकनीकें खोज रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने हमें यह स्पष्ट रूप से बताया है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं और भविष्य में हमें क्या चाहिए। इसलिए अपनी स्वयं की विचार प्रक्रिया को पुनः संरेखित करने के लिए बहुत काम करने की आवश्यकता है, जो पहले से ही चल रही है। भविष्य में भी हम एक राष्ट्र के रूप में माल वितरित करने में सक्षम होंगे और हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सक्षम होंगे। उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) को निजी उद्योग की भागीदारी के लिए भी मंजूरी दे दी गई है, जो एक बहुत बड़ा कदम है। (हि. स.)
Read More: लखनऊ में आसमान से बरस रही आग, चटक धूप और उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल