
तेल अवीव। सीजफायर के बीच इजराइल ने गाजा में फिर से हमले शुरू कर दिए हैं। इजराइल डिफेंस फोर्सेस के मुताबिक वायुसेना ने गाजा में हमास के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इन हमलों में अब तक 326 लोगों की मौत हो गई। बमबारी से तमाम घर जमींदोज हो गए हैं। मलबे में दर्जनों लोगों के फंसे होने की आशंका है।
19 जनवरी को इजराइल-हमास में शुरू हुए सीजफायर के बाद इजराइल का गाजा में यह सबसे बड़ा हमला है। इजराइली सेना का कहना है कि वह हमले की योजना बना रहे आतंकवादियों को निशाना बना रही थी।
इजराइल ने पिछले दो हफ्तों से गाजा में भोजन, दवाइयों, ईंधन और अन्य सप्लाई को रोक दिया है और मांग की है कि हमास संघर्ष विराम समझौते में बदलाव स्वीकार करे।
आईडीएफ की बड़े आक्रमण की घोषणा
इजराइली सेना ने गाजा में बड़े आक्रमण की घोषणा की है और कई इलाकों में नागरिकों को बाहर निकलने का आदेश दिया है। इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के अरबी भाषा के प्रवक्ता अविचाय अद्राई ने एक्स पर एक पोस्ट में यह आदेश दिया है। पोस्ट में गाजा का एक नक्शा भी दिखाया गया था, जिसमें एन्क्लेव के इलाकों के बड़े हिस्से को लाल रंग से रंगा गया है। उन्होंने निवासियों से पश्चिमी गाजा शहर और खान यूनिस में आश्रयों में जाने का आग्रह किया है।
चीन ने जताई चिंता
चीन के विदेश मंत्रालय ने गाजा पर व्यापक और घातक इजराइली हवाई हमले पर चिंता व्यक्त की है। बीजिंग ने इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम की वापसी का आह्वान किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि चीन मौजूदा स्थिति को लेकर बेहद चिंतित है।
अस्पतालों में नहीं बची जगह
गाजा शहर के अल-शिफा अस्पताल के मोहम्मद अबू सल्मिया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हमारे अस्पताल घायलों की बढ़ती संख्या को समायोजित करने में असमर्थ हैं। ऑपरेटिंग रूम पूरी तरह से भरे हुए हैं और घायलों को बिस्तर नहीं मिल पा रहा है। इस हमले ने पहले से ही दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी से जूझ रही स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को झटका दिया है। एक अन्य अस्पताल की डॉक्टर ने कहा कि मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं।
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