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देहरादून। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की माैत के बाद उत्तराखंड सरकार एक्शन मोड में आ गई है।  हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद राज्य के धार्मिक स्थलों के लिए मास्टर प्लान बनाने के आदेश जारी कर पर्यटन विभाग काे इसकी जिम्मेदारी साैंपी गई। पर्यटन विभाग मंदिराें के लिए मास्टर प्लान को बनाकर सरकार प्रस्तुत करेगा उसके बाद उस पर एक्शन लिया जाएगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने सभी धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण, प्रवेश व निकास व्यवस्था सहित अन्य जरूरी सुविधाएं जुटाने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के आदेश दिए। इस दिशा में जल्द से जल्द कार्रवाई शुरु करने के निर्देश दिए गए। सरकार ने राज्य के पर्यटन विभाग काे सभीधार्मिक स्थलों के लिए मास्टर प्लान बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इस संबंध में अधिसूचना जारी की दी है।

इसमें खासकर ऐसे तीर्थ स्थलों को शामिल किया जाएगा, जहां ज्यादा तीर्थ यात्री आते हैं। मास्टर प्लान के निर्माण और इसके क्रियान्वयन में दोनों मंडलों के मंडलायुक्तों का विशेष तौर पर सहयोग लेने के लिए कहा गया है।

 साथ ही स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि यदि तीर्थ स्थलों के मार्गों पर अवैध अतिक्रमण हुआ है तो उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हटाया जाए।इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में प्रति वर्ष करोड़ों तीर्थ यात्री आते हैं। इसलिए तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए सभी तीर्थ स्थलों का मास्टर प्लान बनाया जाएगा। तीर्थ स्थलों के आसपास जनसुविधाएं विकसित करते हुए यात्रा को ज्यादा सुव्यवस्थित किया जाएगा।

मास्टर प्लान इन बिंदुओं पर हाेगा फाेकस भीड़ नियंत्रण व्यवस्था, स्थल पर धारण क्षमता का विकास, प्रवेश एवं निकास मार्ग अलग-अलग हाेना, प्रतीक्षा के लिए अतिरिक्त स्थान, आपातकालीन निकासी व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, प्राथमिक उपचार, सुगठित सूचना व मार्गदर्शन प्रणाली, पार्किंग व्यवस्था और पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनानी।

दरअसल, गत 27 जुलाई को हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर के सीढ़ी मार्ग पर भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की माैत हाे गई थी।इसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को  प्रमुख तीर्थस्थलों पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए थे। (हि.स.)


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