देहरादून। उत्तराखंड में कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूरी का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय हो गया है। यह प्रदेश की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष होंगी। ऋतू खंडूरी ने कहा की विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक दायित्व है। मैं निष्पक्षता के साथ ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करूंगी। ऋतू दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची है।
अब शनिवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होगी। भाजपा की ओर से एक ही सदस्य के नामांकन की वजह से ऋतु का अध्यक्ष चुना जाना तय माना जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी ऋतु खंडूड़ी को विस अध्यक्ष बनने के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
शीर्ष और प्रांतीय नेतृत्व के इस निर्णय के बाद ऋतु खंडूरी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उनके मंत्रिमंडल के अधिकांश सदस्यों व पार्टी के कई विधायकों की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद वह मीडिया कर्मियों से भी मुखातिब हुई। सबसे पहले उन्होंने पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया कि उन्हें स्पीकर पद पर नामांकन करने के योग्य समझा गया।
स्पीकर चुने जाने के बाद उनकी क्या प्राथमिकताएं रहेगी, इस प्रश्न के उत्तर में रितु ने कहा कि वह जानती हैं कि यह एक संवैधानिक पद है। इसलिए सबसे पहले तो उन्हें पढ़ाई शुरू करनी पड़ेगी। विधायी और संसदीय प्रक्रिया से जुड़े नियम-कानूनों को समझना होगा। बकौल रितु, मैं पूरी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य का पालन करूंगी।
ऋतु खंडूरी ने कहा कि पिछले आठ-नौ सालों में महिलाओं के सम्मान में कई योजनाएं संचालित हो रही हैं। उनका सम्मान हो रहा है। उनका नामांकन इसी कड़ी का हिस्सा है। वह स्पीकर की भूमिका में किस तरह महिलाओं के हित में काम करेंगी, इस प्रश्न जवाब में उन्होंने कहा कि वह स्वयं विधायक रही हैं। विधानसभा में भोजनावकाश के दौरान उनके बैठने की व्यवस्था का अभाव खटका। शौचालय की दिक्कत होती है। महिला पत्रकार भी सदन कार्यवाही कवर करने आती हैं। महिला सदस्यों, कार्मिकों और पत्रकारों की सुविधा के लिए इस दिशा में वह काम करेंगी।