बहराइच । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने सभी जिम्मेदारान को निर्देश दिया कि जनपद का कोई भी पात्र किसान योजना के लाभ से वंचित न रहने पाये साथ ही सम्बन्धित अधिकारियों की यह भी जिम्मेदारी होगी किसी अपात्र की झोली में भी लाभ न जाने पाये। योजना को धरातल पर लागू करने में तहसीलों की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका को मद्देनज़र रखते हुए श्री कुमार ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि राजस्व ग्रामवार/लेखपालवार समीक्षा कर यह सुनिश्चित करायें कि सभी पात्र किसानों का पंजीकरण हो जाये।
नोटिस जारी की जाये
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत जनपद की प्रगति से असंतुष्ट दिखे जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि उप जिलाधिकारी महसी, मिहींपुरवा (मोतीपुर) तथा तहसील कैसरगंज के उप जिलाधिकारी, तहसीलदार व खण्ड विकास अधिकारी को नोटिस जारी की जाय।
तहसील नानपारा की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने एडीएम को नायब तहसीलदार नानपारा को नोटिस जारी करने तथा लिपिक सलीम का वेतन बाधित करने के साथ ही मुख्य राजस्व अधिकारी को नानपारा भेजकर फीडिंग कार्य की समीक्षा कराये जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने उपायुक्त मनरेगा व जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि योजना के प्रति उदासीनता बरतने वाले ग्राम प्रधानों, रोज़गार सेवकों व सफाईकर्मी को चिन्हित कर उन्हें नोटिस जारी करें।
लक्ष्य निर्धारित करने का भी निर्देश
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि उप जिलाधिकारी, तहसीलदार व खण्ड विकास अधिकारी समन्वय स्थापित कर पात्र किसानों के सभी अपेक्षित अभिलेख प्राप्त करते हुए डाटा उपलब्ध करायें। योजना को धरातल पर कार्यान्वित कराये जाने हेतु ग्राम प्रधान व कोटेदारों से अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया जाय और योजना के प्रति सभी लोगों की जिम्मेदारी भी तय की जाय। उन्होंने ग्राम स्तर पर योजना की समीक्षा करने तथा उदासीनता बरतने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने का भी निर्देश दिया। योजना से कोई पात्र छूटने न पाये इसके दृष्टिगत जिलाधिकारी ने ग्रामवार संतृप्त करने की कार्ययोजना तैयार करने तथा साथ-ही-साथ डाटा फीडिंग कार्य न पिछड़े इसके लिए प्रत्येक आपरेटरवार लक्ष्य निर्धारित करने का भी निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों को निर्देश दिया कि ग्रामवार भू-अभिलेख का डाटा खण्ड विकास अधिकारियों को उपलब्ध करा दें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात पात्र पाये गये लाभार्थियों की अन्तिम सूची का सत्यापन कराया जायेगा तथा सूची को ग्राम पंचायतों में प्रदर्शित भी किया जायेगा।
किश्त बैंक खातों में स्थानान्तरित किया जाना है
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा 01 फरवरी 2019 को पेश किये गये बजट में किसान सम्मान निधि की स्थापना की गयी है। जिसके अन्तर्गत लघु एवं सीमान्त कृषकों के परिवारों को प्रति वर्ष रू. 6 हज़ार डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डी.बी.टी.) के माध्यम से प्रदान किया जायेगा। यह धनराशि 4-4 महीने के अन्तराल में रू. 2 हज़ार की तीन समान किश्तों में प्रदान की जायेगी। यह योजना 01 दिसम्बर 2018 से लागू की गयी है। योजनान्तर्गत 01 दिसम्बर से 31 मार्च 2019 की समयावधि के लिए देय रू. 2 हज़ार की किश्त को लघु सीमान्त कृषक परिवारों के बैंक खातों में स्थानान्तरित किया जाना है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी प्रदीप कुमार यादव, उप जिलाधिकारी सदर ज़ुबेर बेग, कैसरगंज राजेश कुमार श्रीवास्तव, महसी के सिद्धार्थ यादव, पयागपुर के डा. संतोष उपाध्याय, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, उपायुक्त मनरेगा शेषमणि सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी के.बी. वर्मा, तहसीलदार व खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित हुआ किसान दिवस
बहराइच । विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस तथा शून्य लागत पर प्राकृतिक कृषि विषयक कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने केन्द्र व प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन की प्राथमिकता किसान हैं। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही है। जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ सभी पात्र लघु एवं सीमान्त कृषकों को दिलाये जाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है तथा उच्च स्तर के अधिकारी लगातार वीडियो कांफ्रेन्सिग के ज़रीये समीक्षा भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की हर जायज़ समस्या का समाधान कराये जाने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है।
जिलाधिकारी ने किसान दिवस में मौजूद किसानों का आहवान्ह किया कि शून्य लागत पर प्राकृतिक कृषि विषय पर पदमश्री सुभाष पालेकर के शिष्य गोपाल जी व उनके सहयोगियों द्वारा जो भी जानकारी दी जाये उससे स्वयं तो लाभान्वित हो साथ ही ऐसे कृषक जो किन्ही कारणों से यहाॅ मौजूद नहीं उनसे भी कार्यशाला की जानकारी को अवश्य साझा करें ताकि वह लोग भी शून्य बजट की प्राकृतिक खेती कर सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता होगी कृषक हित में संचालित केन्द्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ शासन की मंशानुसार किसानों तक पहुॅचे।
जीवामृत तैयार किये जाने की विधि भी बतायी
शून्य लागत पर प्राकृतिक कृषि विषय विशेषज्ञ गोपाल ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज कर्नाटक, छत्तीसगढ़ एवं आंध्रप्रदेश के किसान बड़ी संख्या में प्राकृतिक खेती अपना रहे हैं। शून्य बजट पर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में जिला प्रशासन द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना करते हुए उन्होंने जनपद के किसानों से अपील की प्राकृतिक खेती को अपनायें ताकि प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर यह जनपद प्राकृतिक जिला बन सके।
किसान दिवस में मौजूद प्रगतिशील कृषक जयंकर सिंह, रामकेवल गुप्ता, शिवशंकर व अन्य ने गोपाल जी को जानकारी दी कि उनके साथ-साथ अन्य किसानों द्वारा जनपद के सभी ब्लाकों में किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा 2022 तक जनपद बहराइच एवं श्रावस्ती के सभी किसान प्राकृतिक खेती को अपना लें। कार्यशाला के दौरान उन्होंने यूरिया उर्वरक के विकल्प के तौर पर गाय का गोबर, गुड़, गौमूत्र इत्यादि के मिश्रण से जीवामृत तैयार किये जाने की विधि भी बतायी।
ज़ीरो बजट कह प्राकृतिक खेती कर रहे
इससे पूर्व प्रगतिशील कृषक जयंकर सिंह ने किसान दिवस में जिलाधिकारी शम्भु कुमार, शून्य बजट पर प्राकृतिक खेती के विषय विशेषज्ञों तथा मौजूद कृषकों का स्वागत किया। कृषक अनिरूद्ध यादव ने सरकार द्वारा जैविक खेती की ध्यान दिये जाने से भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलेगी। सोहरवा से आये हुए किसान मौर्या जी ने प्राकृतिक खेती के माध्यम से उत्पादित आलू, गोभी इत्यादि सब्जियों की टोकरी गोपाल जी को सप्रेम भेंट करते हुए बताया कि वह काफी समय से ज़ीरो बजट कह प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
किसान दिवस के अवसर पर प्रगतिशील कृषक पं. हनुमान प्रसाद शर्मा, भूपेन्द्र, गोपाल मोहन उपाध्याय, अमित मिश्रा, आर.पी. सिंह, कृषि वैज्ञानिक भूपेन्द्र मौर्या, श्रावस्ती जनपद से आये कृषक जितेन्द्र प्रताप वर्मा, श्यामता प्रसाद चैधरी इत्यादि किसानों ने भी अपने सम्बोधन में जीरो बजट की प्राकृतिक खेती के सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त किये।
किसान दिवस का संचालन उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, अधि.अभि. स.न.ख. प्रथम अशोक कुमार, अधि.अभि. स.न.ख. नानपारा विनय कुमार, जिला प्रबन्धक पीसीएफ विजय कुशवाहा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तथा बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।
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