टोक्यो / नई दिल्ली। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उन पर शुक्रवार सुबह नारा शहर में फायरिंग की गई थी। घटना उस समय हुई जब आबे चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थ। हमलावर ने आबे को दो गोलियां मारी थी। शिंजो आबे के निधन पर 9 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय शोक रहेगा।
नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में आबे का इलाज चल रहा था भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे (जापान के समय के मुताबिक सुबह 11.30) भाषण के दौरान आबे पर सभा में मौजूद एक हमलावर ने पीछे से गोलियां चलाईं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। 6 घंटे बाद उन्होंने आखिरी सांस ली।
हमलावर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका नाम यामागामी तेत्सुया है। बताया जा रहा है कि 42 साल का यामागामी आबे की नीतियों से नाखुश था।
इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हुए प्राणघातक हमले के बाद अपने संबोधन में कहा था कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। यह लोकतंत्र की नींव पर हमला है।
उन्होंने कहा कि ‘आबे की हालत गंभीर है। मैं दिल से दुआ कर रहा हूं कि आबे ठीक हो जाएं।’ फुमियो किशिदा ने आगे कहा कि यह बर्बर और दुर्भावनापूर्ण है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम वो सब कुछ करेंगे जो हम कर सकते हैं। इस समय डॉक्टर शिंजो आबे को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
शिंजो आबे पर हुए हमले की दुनिया भर में निंदा हो रही है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिंजो आबे पर हुए हमले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके विचार और प्रार्थनाएं जापान की जनता के साथ हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा- “ मैं प्रिय मित्र शिंजो आबे पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।”
जापानी कम्युनिस्ट पार्टी के चेयरमैन काजोउ शी ने ट्वीट कर कहा, ”शिंजो आबे पर बर्बर हमला बर्दाश्त करने लायक नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि आबे जल्द ही ठीक हो जाएंगे।”
इस बर्बरता पर व्हाइट हाउस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस ने कहा कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हुए हमले की हम बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हम उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।
जापान में वॉशिंगटन पोस्ट की ब्यूरो चीफ मिशेल ये ही ली ने ट्वीट किया है, ”शिंजो आबे जापान में अब भी बहुत लोकप्रिय हैं। जापान में हिंसा अपवाद स्वरूप होती है।”
उल्लेखनीय है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। भारत और जापान के बेहतर संबंधों में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है।
इससे पहले 1932 में जापान के प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोशी की हत्या एक नौसेना अधिकारी ने कर दी थी। जापान उन देशों में शुमार है, जहां बंदूक रखने को लेकर बेहद कड़े कानून हैं। शिंजो आबे ने इसी साल फरवरी में कहा था कि जापान को लंबे समय से जारी एक वर्जना को तोड़ देना चाहिए और परमाणु हथियारों पर सक्रिय बहस शुरू करनी चाहिए।
मोदी बोले- पूरा भारत शोक में डूबा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मोदी ने एक ट्वीट में कहा- भारत और जापान के रिश्तों और ग्लोबल पार्टनरशिप में आबे की अहम भूमिका रही। आज पूरे भारत में शोक है। इस मुश्किल वक्त में हम पूरी ताकत के साथ अपने जापानी भाई-बहनों के साथ खड़े हैं। उन्होंने शिंजो के सम्मान में कल यानी 9 जुलाई को एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा भी की।