देहरादून। तीन साल बाद एक बार फिर यात्रियों को आदि कैलास के दर्शन करने का मौका मिला है। खास बात यह है कि पहली बार यात्री वाहनों से सीधे व्यू प्वाइंट तक जा सकेंगे। कोरोना के कहर के कारण दो सालों से यह यात्रा बंद थी। इस बार पहला जत्था 31 मई को नई दिल्ली से आदि कैलास की यात्रा के लिए रवाना होगा। भीमताल टीआरसी में छोलिया नृत्य और कुमाऊंनी परिधान में महिलाएं तिलक लगाकर स्वागत करेंगी। उत्तराखण्ड में लंबे समय से शिवधाम जाने की तैयारी कर रहे यात्रियों को दो साल बाद राहत मिल रही है।
टीआरसी के प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि पहली बार आदि कैलाश यात्री सीधे भीमताल पहुंचेंगे। यात्रा को लेकर उत्साह भी नजर आ रहा है। इससे पहले काठगोदाम टीआरसी में उनका स्वागत होता था। उन्होंने बताया कि 31 मई की सुबह 35 यात्री भीमताल पहुंचेंगे। यहां से रवाना होने के बाद वे पिथौरागढ़ में रात्रि विश्राम करेंगे। एक जून को यात्री आदि कैलाश के लिए रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि आदि कैलाश तक की पूरी यात्रा वाहनों से होगी।