नई दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों जैसे कॉइनस्विच कुबेर, वजीरएक्स और कॉइनडीसीएक्स ने व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली भुगतान प्रणाली एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) के माध्यम से रुपया जमा करने पर रोक लगा दी है।
पिछले वित्त वर्ष में यूपीआई पर कुल लेनदेन मूल्य 1 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर था। सूचना के मुताबिक कॉइनस्विच ने यूपीआई और एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस जैसे बैंक हस्तांतरण के साथ रुपया जमा करना पूरी तरह से बंद कर दिया है।
वज़ीरएक्स अभी केवल नेट बैंकिंग और व्यक्ति-से-व्यक्ति (पी2पी) स्थानान्तरण के माध्यम से जमा की अनुमति देता है। इसके अलावा, वज़ीरएक्स पर नेट बैंकिंग के माध्यम से रुपया जमा करने के लिए सीमित बैंकिंग विकल्प उपलब्ध थे, जो कि ट्रेडिंग वॉल्यूम के मामले में भारत का सबसे बड़ा एक्सचेंज है।
अमेरिका बेस्ड कॉइनबेस (Coinbase) ने भारत में अपनी ट्रेडिंग सर्विसेज लॉन्च होने के महज तीन दिन के बाद ही यूपीआई पेमेंट पर रोक लगा दी थी। दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज ने 7 अप्रैल को बेंगलुरु में एक भव्य कार्यक्रम के जरिए भारत में बिजनेस शुरू करने का ऐलान किया था। NPCI के रडार पर आने से पहले कंपनी ने कहा था कि वह यूजर्स को UPI के इस्तेमाल से क्रिप्टोकरेंसीज खरीदने की अनुमति देगी। UPI से होने वाले पेमेंट्स NPCI के दायरे में आते हैं।