नई दिल्ली। बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए अच्छी खबर। कोरोना की वजह से दो साल से बंद चल रही अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) पर से रोक हटा दी गई है। इस साल यात्रा 30 जून से शुरू होगी और 43 दिनों बाद 11 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। ये फैसला उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई श्राइन बोर्ड की बैठक में लिया गया।
2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से ठीक पहले अमरनाथ यात्रा बीच में ही रद्द कर दी गई थी। तब जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य होने का दर्जा खत्म करके उसे दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया गया था। इसके बाद कोरोना महामारी की वजह से दो साल से यात्रा स्थगित रही है। 2021 में 56 दिनों की यात्रा की घोषणा हुई थी, लेकिन कोरोना की वजह से बाद में उसे स्थगित कर दिया गया था।
अमरनाथ यात्रा के लिए जरुरी नियम
- सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। हर दिन केवल 20 हजार रजिस्ट्रेशन होंगे।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 अप्रैल से शुरू हो जाएंगे।
- हर यात्री को रजिस्ट्रेशन फीस के 100 रुपए लगेंगे।
- अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक या यस बैंक की किसी भी नजदीकी ब्रांच में जाकर कराया जा सकता है। आवेदक को इसके लिए अपना आधार कार्ड, 4 पासपोर्ट साइज फोटो और सरकारी अस्पताल से बनवाया गया हेल्थ सर्टिफिकेट देना होता है।
- रजिस्ट्रेशन फीस देने के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाता है और उपलब्ध स्लॉट के हिसाब से यात्रा की तारीख मिल जाती है। इसकी डिटेल बैंक से मिलने वाली रसीद पर होती है।